भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पूर्व सीएम की बिगड़ी तबीयत

उत्तराखंड के देहरादून से एक बड़ी खबर सामने आ रही है।बीते दो दिनों से छात्र और बेरोजगारी संघ भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में आज छात्रों के साथ-साथ विपक्षी पार्टी भी सरकार के खिलाफ धरना पर उतर आए हैं। इस प्रदर्शन में उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत भी शामिल हुए थे। सीएम के साथ कांग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ता भी छात्रों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

इस क्रम में प्रदर्शनकर्ता पुलिस मुख्यालय की ओर कूच कर रहे थे, तभी पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए जबकि हरीश रावत जमीन पर लेटकर प्रशासन का विरोध करने लगे। तभी अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई। तबीयत खराब होते ही प्रदर्शनकारी के बीच अशांति वाला माहौल और अधिक बढ़ गया। जिसके बाद पुलिस द्वारा फौरन एंबुलेंस बुलाकर पूर्व सीएम को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्र और बेरोजगार संघ लगातार भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में धांधली की जा रही है। इससे गुस्साए छात्रों द्वारा यह प्रदर्शन बीते दो दिनों से जारी है। छात्रों द्वारा मांग की जा रही है कि भर्ती परीक्षाओं के आयोग UKPSC और UKSSC में सुधार की जाए। 9 फरवरी को राजधानी देहरादून में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सड़क जाम कर दिया। जाम हटाने के लिए पुलिस ने छात्रों को समझाया लेकिन छात्र नहीं माने इसके बाद पुलिस को मजबूरन छात्रों पर लाठीचार्ज करनी पड़ी। जिसके बाद आज छात्रों के प्रदर्शन ने राजनीतिक रूप ले लिया है। आज कांग्रेस पार्टी के अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में हिस्सा लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। इस प्रदर्शन में पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी धरने पर बैठे।

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