हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व है। इस दिन लोग मांं लक्ष्मी, कुबेर भगवान और भगवान गणेश की विशेष पूजा- अर्चना करते हैं। दिवाली को कालरात्रि भी कहा जाता है। जो तंत्र साधना और उपाय सिद्ध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।मान्यता है इस दिन जो व्यक्ति विधि- विधान से मां लक्ष्मी और गणेश भगवान का पूजन करता है। उसके जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। इस साल दिवाली का त्योहार 12 नवंबर को दिन सोमवार को मनाया जा रहा है। वहीं इस दिन 5 राजयोग समेत 8 शुभ योग बन रहे हैं। यह राजयोग एक साथ 700 साल बाद बने हैं। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं। लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और शुभ योग…
प्रात: 08:09 से दोपहर 12:12 तक
दोपहर 01:32 से दोपहर 02:52 तक
प्रात: 11:48 से दोपहर 12:34 तक
सायं 06:01 से सायं 06:16 (इसमें प्रदोषकाल, स्थिर वृषलग्न तथा कुम्भ का नवांश भी रहेगा।)
सायं 05:35 से रात्रि 08:14 तक
सायं 05:51 से रात्रि 07:48 तक
मध्यरात्रि 12:21 से अंतरात्रि 02:37 तक
चर का चौघड़िया :- सायं 05:35 से रात्रि 10:33 तक
मध्यरात्रि 01:51 से अंतरात्रि 03:31 तक
अंतरात्रि 05:09 से अंतरात्रि 06:47 तक
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