हिंदू धर्म में होली एक प्रमुख त्योहार है। होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप देखा जाता है। होली के त्योहार से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है।हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल होली का पर्व होलिका दहन होने के अगले दिन मनाई जाती है। होलिका दहन फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को रात के प्रहर में मनाई जाती है। फिर चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर रंगों वाली होली खेली जाती है। इस वर्ष फाल्गुन पूर्णिमा तिथि को लेकर कई मतभेद है जिसकी वजह से होली के त्योहार को लेकर दुविधा है कि होली 18 मार्च को है या फिर 19 मार्च को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं होली किसी दिन मनाई जाएगी।
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि- 17 मार्च की दोपहर 01 बजकर 29 मिनट से शुरू हो जाएगी और समापन 18 मार्च को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट पर होगी। होलिका दहन 17 मार्च, गुरुवार की रात 01 बजकर 12 बजे तक रहेगी। भद्रा पूंछ में होलिका दहन का समय रात 09 बजकर 06 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि पर यानी 17 मार्च को होलिका दहन है फिर इसके अगले दिन 18 मार्च को होली मनाई जाएगी। वहीं 18 मार्च को चैत्र माह शुरू हो जाएगा। प्रतिपदा तिथि की शुरुआती 18 मार्च को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट से हो जाएगी। ऐसे में 18 मार्च ही होली मनाई जाएगी।
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