चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है. इसी महीने से ग्रीष्म ऋतु का आरंभ भी होता है. अमावस्या के बाद चन्द्रमा जब मेष राशि अश्विनी नक्षत्र में प्रकट होकर हर दिन एक-एक कला बढ़ता हुआ 15वें दिन चित्रा नक्षत्र में पूरा होता है, तब वह महीना चित्रा नक्षत्र के कारण चैत्र कहलाता है.
हिन्दू नववर्ष के चैत्र महीने से ही शुरू होने के पीछे पौराणिक मान्यता है कि भगवान ब्रह्मदेव ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही सृष्टि की रचना शुरू की थी ताकि सृष्टि निरंतर प्रकाश की ओर बढ़े. ऐसे में चलिए जानते हैं चैत्र माह में पड़ने वाले सभी छोटे बड़े तीज त्यौहारों के बारे में.
गणेश चतुर्थी व्रत (21 मार्च, सोमवार)
शीतला सप्तमी (24 मार्च, गुरुवार)
पापमोचनी एकादशी (28 मार्च, सोमवार)
प्रदोष व्रत (29 मार्च, मंगलवार)
चैत्र अमावस्या (1 अप्रैल, शुक्रवार)
गुड़ी पड़वा (2 अप्रैल, शनिवार)
गणगौर तीज (4 अप्रैल, मंगलवार)
श्रीराम नवमी (10 अप्रैल, सोमवार)
कामदा एकादशी (12 अप्रैल, मंगलवार)
हनुमान प्रकटोत्सव (16 अप्रैल, शनिवार)
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