नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में 22 जवानों के शहीद होने की खबर है। नक्सली हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने बीजापुर जिले में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फोन पर हालातों की ताजा जानकारी ली और उन्हें हर तरह की मदद का आश्वासन दिया। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक को भी निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं और वहां के हालात का जायजा लेने के साथ साथ नक्सलियों को घेरने की नई रणनीति बनाएं।
मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली ऊंची जगह पर जबकि सुरक्षा फोर्स खुले मैदान में थी। मौके पर लगभग 300 नक्सली मौजूद थे। इन नक्सलियों ने जवानों पर अचानक फायरिंग कर दी. जवाब में जवानों ने भी मोर्चा संभाला और बहादुरी के साथ मुकाबला किया. देर शाम तक चले ऑपरेशन के दौरान 21 घायल जवानों को बीजापुर जिला अस्पताल ले जाया गया था जबकि गंभीर रूप से घायल 7 जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया था. जिनमें से 22 जवान शहीद हो गए हैं जबकि 31 घायल हैं. हमले के बाद कुछ जवान अभी भी लापता है।
जिला बीजापुर मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर सिलगेट गांव के पास के जंगल में नक्सलियों के दुर्दांत कमांडर हिडमा की मौजूदगी की खबर सुरक्षाबलों को मिली थी. दुर्दांत नक्सली कमांडर हिडमा मार्च 2020 में हुए उस हमले में भी शामिल था, जिसमें 17 जवान शहीद हुए थे. इसके अलावा 2013 के झीरम घाटी हमले में भी वह शामिल था. जब सुरक्षा बलों की टीम वापस लौट रही थी तभी घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी थी. जवाबी कार्रवाई में सेना के जवानों ने 15 नक्सलियों को भी मार गिराया है जबकि 20 घायल हैं. बीजापुर में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
- सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के सबसे मजबूत गढ़ सुकमा में यह ऑपरेशन चलाया था। नक्सलियों के विरुद्ध अभियान सुकमा में नक्सलियों के सबसे बड़े नेताओं में से एक हिडमा के गढ़ में था।
- नक्सलियों का बड़ा दुर्दांत नेता हिडमा इस हमले से ही 1 किलोमीटर की दूरी पर पोवर्ती गांव में रहता है। यहीं पर सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया था।
- सुरक्षाबलों पर यह हमला नक्सलियों के संगठन पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन की यूनिट ने किया है। इसका नेतृत्व हिडमा ही करता है।
- सुरक्षाबलों को भी इस ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है और नक्सल काडर के कई लोग इसमें हताहत हुए हैं, लेकिन जैसे ही अंदर सुरक्षा बल जा रहे थे नक्सलियों ने उन पर हमला बोल दिया।
- नक्सलियों ने तीन तरीके से सुरक्षा बलों पर हमला किया। पहला बुलेट से, दूसरा नुकीले हथियारों से और तीसरा लात और घूंसे से। करीब 200 से 300 नक्सलियों का समूह सुरक्षा बलों की एक छोटी सी टुकड़ी पर टूट पड़ा।
- नक्सलियों के इस अंतिम गढ़ में सुरक्षा बलों का ऑपरेशन अब भी जारी है। केंद्रीय यूनिट से सुरक्षा बल भी पहुंचकर इस अभियान में तेजी लाएंगे।
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