हरिद्वार सिडकुल के रीजनल मैनेजर ने शराब के नशे में हंगामा किया

हरिद्वार: औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल के रीजनल मैनेजर गिरधर रावत का एक फ्लैट सिडकुल में ही स्थित दीप गंगा अपार्टमेंट में है. शुक्रवार देर रात कैंपस में लोहड़ी मनाई जा रही थी. आरोप है कि इसी दौरान गिरधर रावत भी अपनी सरकारी गाड़ी से कैंपस में जा पहुंचे. उन्होंने अपनी गाड़ी कैंपस के एंट्री गेट के बीचों बीच खड़ी कर दी. नशे में धुत सिडकुल के रीजनल मैनेजर को सोसाइटी के पदाधिकारियों और निवासियों ने काफी समझाने की कोशिश की. लेकिन वह बदसलूकी करने पर लगातार कायम रहे.

इसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना तत्काल सिडकुल थाना पुलिस को दी गई. आरोप है कि पद के गुरूर में चूर रीजनल मैनेजर पुलिस के आने के बाद भी लोगों के साथ गाली गलौज करता रहा. इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने रीजनल मैनेजर की सारी करतूत मोबाइल में कैद कर ली. इसी दौरान शराब पीकर हंगामा करने की सूचना लोगों द्वारा उनके परिवार को भी दे दी गई.लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए एक माफीनामा अंत में लिखा गया. माफीनामे पर रीजनल मैनेजर ने हस्ताक्षर किए. जिसके बाद लोग शांत हुए. मौके पर पहुंचे परिजन पुलिस की मदद से बमुश्किल नशे में धुत अधिकारी को घर में ले गए. अधिकारी की इस हरकत से कार्यक्रम में रंग का भंग पड़ गया.

दीप गंगा अपार्टमेंट सोसायटी के अध्यक्ष संदीप त्यागी ने कहा कि अपार्टमेंट के गेट पर शराब के नशे में धुत होकर पहुंचे एक शख्स ने अपने आप को आरएम सिडकुल गिरधर रावत बताया. जिसके बाद गाड़ी बीचों बीच लगाकर उन्होंने शराब के नशे में धुत होकर जमकर हंगामा किया. रोकने पर सिक्योरिटी गार्ड के साथ भी खूब बदसलूकी की. बार बार रोकने पर उन्होंने कहा कि मैं सिडकुल का मालिक हूं. यहां पर सब कुछ मेरे मुताबिक होगा.उन्होंने अपनी गाड़ी गेट पर ही खड़ी कर दी. इस कारण सोसायटी में रहने वाले लोग सोसाइटी के अंदर नहीं आ पाए. लोगों ने गाड़ियों के हॉर्न भी बजाए, लेकिन नशे में धुत सिडकुल के रीजनल मैनेजर ने किसी की एक ना सुनी. इसके बाद गार्ड ने इसकी सूचना पदाधिकारियों को दी. हम तत्काल मौके पर पहुंचे. हमने उन्हें समझाया कि आप एक सम्मानित पद पर हैं. फिर भी उन्होंने किसी की एक नहीं सुनी.सिडकुल के रीजनल मैनेजर गिरधर रावत लगातार स्टाफ और पदाधिकारियों के साथ अभद्र भाषा और अशिष्ट व्यवहार करते रहे. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में गिरधर रावत ने माफीनामा दिया है. फिलहाल सोसाइटी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. लेकिन शासन प्रशासन को ऐसे अधिकारी के कृत्य का संज्ञान अवश्य लेना चाहिए.

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