हरिद्वार: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान हरिद्वार जनपद के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए रोजगार का साधन बन रहा है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की मुहिम को सफल बना रहा है. हरिद्वार जिले के गांव-गांव में युवा, महिलाएं और बुजुर्गों में देशभक्ति के जज्बे का संचार कर हो रहा है. हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के इस तहत महिला स्वयं सहायता समूह हर घर तिरंगा अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है.
हरिद्वार के जमालपुर, गाजीवाली श्यामपुर गांवों और अन्य क्षेत्रों में स्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तिरंगा बना रही (Self help group women making tiranga in Haridwar) हैं. इन तिरंगों को स्कूलों कॉलेजों और अन्य संस्थानों में उपलब्ध कराया जा रहा है. जिससे महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है. साथ ही उनके और उनके परिवार के भीतर राष्ट्रभक्ति का जज्बा देखने को मिल रहा है.
हर घर तिरंगा अभियान से मिला महिलाओं को रोजगार
हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन के नेतृत्व में हरिद्वार जनपद में शहर और गांव में हर घर तिरंगा अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है. राष्ट्रीय आजीविका मिशन हरिद्वार जनपद में हर घर तिरंगा अभियान को गांव-गांव और घर-घर पहुंचाने में बेहद सफल भूमिका निभा रहा है. हरिद्वार की रेलवे स्टेशन में भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने उत्तराखंड के पारंपरिक और ग्रामीण उत्पादों और रक्षा सूत्र के स्टॉल के साथ राष्ट्रीय ध्वज के स्टॉल भी लगाए हैं.
राष्ट्रीय आजीविका मिशन हरिद्वार की सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल ने कहा प्रधानमंत्री मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे एवं मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन के सफल नेतृत्व और मार्गदर्शन में अभियान ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बना हुआ है और रोजगार के साधन के साथ-साथ राष्ट्रीय भावना को भी जागृत कर रहा है.
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