अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश में अनेक जगह कार्यक्रम आयोजित होंगे

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर उत्तराखंड के करीब 40 जगहों पर योग दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसमें चारों धामों के साथ ही मानसखंड योजना के तहत आने वाले सभी मंदिरों के परिसर में भी योग का प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. सीएम पुष्कर सिंह धामी सबसे पहले पतंजलि योगपीठ में आयोजित योग कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे. सीएम पतंजलि में बाबा रामदेव के साथ योग करेंगे. इसके लिए सीएम धामी योग दिवस की पूर्व संध्या पर ही हरिद्वार पहुंचे चुके हैं. मुख्यमंत्री धामी रात्रि विश्राम हरिद्वार में करेंगे. अगले दिन सुबह 5 बजे पतंजलि योगपीठ में योग गुरु बाबा रामदेव के साथ योग करेंगे. हरिद्वार पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने योग दिवस की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी.

बता दें कि वैश्विक स्तर पर पहली बाद 21 जून 2015 को योग दिवस मनाया गया था. योग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ ही साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को विश्व योग दिवस को मानने के लिए 21 जून की तारीख का सुझाव दिया था, जिसके बाद हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. 21 जून को योग दिवस मनाए जाने का एक अन्य कारण भी है. दरअसल, 21 जून उत्तरी गोलार्ध का सबसे बड़ा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता है. यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व योग दिवस के लिए 21 जून की तारीख का सुझाव दिया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का संदेश दिया है. योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परंपरा की एक पहचान है. योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि योग के द्वारा आज दुनिया में हमारी विशिष्ट पहचान बनी है. यह आत्मा को परमात्मा से मिलाने का सेतु भी है. योग जोड़ने का कार्य करता है. इसी का प्रतिफल है कि आज दुनिया योग को अपना रही है तथा योग के लिए दुनिया भारत की ओर देख रही है. योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का भी संदेश दिया है. हमारे योगाचार्यों ने भी योग को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है.सीएम धामी ने योग को भारत की विशिष्ट पहचान बताते हुए कहा कि योग में मन और चित्त की मलिनता को दूर करने की ताकत है. योग ने मनुष्य की सुख शांति की राह प्रशस्त की है. महान ऋषि पतंजलि ने योग के माध्यम से लोगों को जीने की राह दिखाई है. हर मनुष्य का परम लक्ष्य सुख और शांति की प्राप्ति है जिसमें योग की बड़ी भूमिका है.

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