हरिद्वार से सटे वन क्षेत्र में नव वर्ष जश्न की आड़ में हुड़दंग मचाने वालों पर नकेल कसने की तैयारी

नव वर्ष के आगमन की जहां हर ओर तैयारियां शुरू ही चुकी हैं, वहीं हरिद्वार से सटे वन क्षेत्रों में जश्न की आड़ में हुड़दंग मचाने वालों पर नकेल कसने की तैयारी भी शुरू हो गयी है।इस जश्न की आड़ में वन्यजीव तस्कर जंगलों में घुसने की फिराक में रहते हैं। इसको लेकर हरिद्वार वन प्रभाग की एसडीओ संदीपा शर्मा व राजाजी टाइगर 1 रिजर्व की चीला-गोहरी रेंज की वन्यजीव प्रतिपालक आलोकि ने दो प्रभागों की सीमा पर संयुक्त गश्त की।दोनों वन प्रभागों की कई टीमों ने चीला व श्यामपुर बॉर्डर पर 18 किमी गस्त कर जंगलों के चप्पे चप्पे को खंगाला।

इस दौरान संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी के आदेश भी जारी किए। शीतकाल के इस दौर में वन्यजीव तस्कर अक्सर घने कोहरे के फायदा उठा जंगलों में घुसने की फिराक में रहते है। ऐसे में इस क्षेत्र की सुरक्षा दोनों वन प्रभागों के लिए चुनौती बनी रहती है। वहीं राजाजी टाइगर रिजर्व के चीला व गोहरी क्षेत्र में मौजूद रिसॉर्ट्स व कैम्पिंग साइट्स भी नव वर्ष में कई आयोजन करते है। हर वर्ष सैकड़ो की तादाद में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। ऐसे में कुछ पर्यटक वन कानूनों का भी उल्लंघन करते है। इसको लेकर भी इस बार हुड़दंगी लोगो के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है।

हरिद्वार वन विभाग की एसडीओ संदीपा शर्मा ने बताया कि हमारे द्वारा नियमित पेट्रोलिंग की जा रही है, इस बार राजाजी की टीम के साथ संयुक्त गश्त कर सीमावर्ती क्षेत्रों को खंगाला गया, वहीं नव वर्ष के दौरान जश्न की आड़ में वन क्षेत्रों में घुसने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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