गैरसेंण के ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने की पहली वर्षगांठ को विधानसभा परिसर, भराड़ीसैंण में उत्सव के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर परिसर में 1101 दिए प्रज्वलित कर दीपावली मनाई गयी।इस अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण एवं कई विधायक गण मौजूद थे।
इस अवसर पर बच्चों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया इस दौरान मंत्रियों, विधायकों ने वर्षगांठ को जश्न के रूप में मनाया।इस अवसर पर शिशु मंदिर एवं राजकीय इंटर कॉलेज गैरसेंण की छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले प्रत्येक छात्र एवं छात्राओं को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष थे दो-दो हज़ार रुपये देने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा आज बजट पेश करने के उपरांत गैरसेंण को राज्य की तीसरी कमिश्नरी घोषित किए जाने एवं ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के विकास में टाउन प्लानर की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने संबंधित निर्देश पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है एवं प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बीते वर्ष आज के ही दिन उत्तराखंड में लंबे समय से चल रहे संघर्ष का अंत हुआ और मुख्यमंत्री जी द्वारा गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी का दर्जा दिया गया।उन्होंने कहा कि यह घोषणा सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों की भावनाओं का सम्मान थी।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने की खुशी पर पिछले वर्ष आज के ही दिन हमने भराड़ीसैंण परिसर में रगों की होली मनायी थी एवं आज दीये जलाकर दीपावली मना रहे हैं ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भराड़ीसैंण को आदर्श पर्वतीय राजधानी का रूप दिया जा रहा है, आने वाले समय में भराड़ीसैंण सबसे सुंदर राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाएगी।भराड़ीसैंण को ई-विधानसभा के रूप में विकसित करने पर कार्य हो रहा है।
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