फास्टैग काम नहीं करने से उत्तराखंड परिवहन निगम की दिल्ली, पंजाब, लखनऊ व हरिद्वार-देहरादून रूट पर जाने वाली बसों को दोगुना टोल भुगतान करना पड़ा।
करीब 12 घंटे तक यह स्थिति बनी रही। परिवहन निगम के अधिकारी इसे फास्टैग उपयोगकर्ता बैंक पेटीएम के सर्वर की खराबी बता रहे हैं। बहरहाल, इससे निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया है। फास्टैग न होने पर दोगुना टोल अदा करना होता है। मंगलवार की रात 11:30 बजे बाद फास्टैग ने काम करना बंद कर दिया। बुधवार सुबह 11 बजे तक यह स्थिति बनी रही। हल्द्वानी, काठगोदाम समेत कुमाऊं के विभिन्न डिपो से दिल्ली, गुडग़ांव, हरिद्वार, देहरादून आदि रूटों पर आने-जाने वाली 100 से अधिक बसों को टोल प्लाजा पर नकद भुगतान करना पड़ा। आर्थिक संकट से जूझ रहे परिहवन निगम के त्योहारी सीजन की कमाई टोल पर लुटाने पर सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो फास्टैग रिचार्ज नहीं होने से इस तरह की दिक्कत आई। हालांकि इस बात से इन्कार कर रहे हैं।
मंडल प्रबंधक परिवहन निगम यशपाल सिंह ने बताया कि हमारे फास्टैग में बकाया उपलब्ध था। पेटीएम बैंक के सर्वर में खराबी होने ये यह स्थिति बनी। प्रभावित बसों का ब्योरा एकत्र कर पेटीएम से अतिरिक्त धनराशि की मांग की जाएगी।
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