देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना के नए मामलों और मौत के आंकड़ों पर कुछ खास फर्क नहीं दिख रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 5 से 7 हजार प्रतिदिन पॉजिटिव केस आ रहे हैं, साथ ही प्रतिदिन औसतन 100 लोगों की जान जा रही है। ऐसे में लगातार आमजन, व्यापारी, कर्मचारी से लेकर मंत्री और कई विधायक अब लॉकडाउन को ही एकमात्र विकल्प की बात कह रहे हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत हुई है। इसकी जानकारी देते हुए सीएम तीरथ ने कहा कि, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी ली। मैंने प्रधानमंत्री को वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है, मैं प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।”
वहीं इसके बाद से ही माना जा रहा है कि, लॉकडाउन को लेकर प्रदेश सरकार आज कोई बड़ा फैसला ले सकती है। फिलहाल प्रदेश में 10 मई तक कोविड कर्फ्यू लागू है। तीन-तीन दिन कर सरकार चार बार कोरोना कर्फ्यू लागू कर चुकी है। लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक कोरोना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले सात दिनों में घातक हुआ कोरोना 817 लोगों की जिंदगी लील चुका है। ऐसे में अब कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए लोगों को घरों में ही कैद करने यानी पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की मांग उठ रही है।
प्रदेश के सभी 13 जिलों में से तो राजधानी देहरादून कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है, देहरादून कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। लगातार बढ़ रही मौत और संक्रमितों के संख्या के चलते दून देश के टॉप-10 संक्रमित जिलों में शामिल हो गया है। दून ने श्रीनगर, चंडीगढ़, गुवाहाटी को भी पछाड़ दिया है। इस सूची में गुरुग्राम, हरियाणा पहले और कोलकाता छठवें स्थान पर है। संक्रमितों की संख्या के आधार पर जारी आंकड़ों के अनुसार, अभी दून देश में नौवां सबसे ज्यादा संक्रमित जिला है। खुद स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े दून में कोरोना की भयानक तस्वीर पेश कर रहे हैं।
बता दें कि ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में इस समय 71,174 एक्टिव केस हैं, जबकि 30 हजार से ज्यादा सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। वहीं प्रदेश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 375 कंटेनमेंट जोन बनाये गए हैं।
सरकार पर इस समय सख्त कदम उठाने का दबाव है। माना जा रहा है कि, कोविड कर्फ्यू के अगले चरण में प्रदेश सरकार अब आवाजाही को नियंत्रित करने की कोशिश कर सकती है। साथ ही बाजार खुलने के समय को और कम किया जा सकता है। सप्ताह में दो दिन ही बाजार खोलने पर विचार किया जा रहा है। वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और दून शहर के अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हैं, उनमें सरकार को संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर विचार करना चाहिए।
शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि, कोरोना संक्रमण के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सख्त कदम उठाने की पूरी तैयारी है। इसके कौन-कौन से तरीके होंगे और किस तरह से उन्हें लागू किया जाएगा, इस पर विचार किया जा रहा है।
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