हरिद्वार में वर्ष 2027 में होने वाले अर्धकुंभ के लिए सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में हरिद्वार में अमरापुर घाट से ऋषिकुल ब्रिज तक गंगा के बाईं ओर नये घाटा का निर्माण कराया जाएगा।इस पर 12 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। परियोजना को 240 दिन यानी लगभग आठ महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।गंगा तट के इस हिस्से पर नया घाट बनने से अर्धकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को स्नान के लिए बेहतर सुविधा मिल सकेगी। साथ ही घाट क्षेत्र का सुंदरीकरण भी किया जाएगा, जिससे यह हिस्सा पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। घाट को विकसित करने का जिम्मा सिंचाई विभाग, हरिद्वार को सौंपा गया है।
हरिद्वार में अर्धकुंभ के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। ऐसे में अमरापुर घाट से ऋषिकुल तक का क्षेत्र स्नान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां पर भीड़ नियंत्रण के लिहाज से नए घाट का निर्माण किया जाएगा। मुख्य घाट के अलावा तटबंदी, सीढ़ीनुमा संरचना, रेलिंग, जल निकासी और प्रकाश व्यवस्था जैसे कार्य शामिल होंगे। यहां नए घाट की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। सुरक्षित और पक्का घाट न होने से लोगों को दिक्कत होती थी। पक्का घाट बनने से स्थानीय निवासियों को भी राहत मिलेगी।

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