कावड़ मेले में हरिद्वार पुलिस कांवड़ियों के लिए इस बार भी QR कोड जारी करेगी

कावड़ मेले में पिछले वर्ष मिले सकारात्मक अनुभव को देखते हुए हरिद्वार पुलिस ने इस बार भी डिजिटल सूचना व्यवस्था को अपनाते हुए क्यूआर कोड जारी किया है। इस क्यूआर कोड से शिवभक्तों को एक क्लिक में यातायात, पार्किंग, जाम की स्थिति और रूट डायवर्जन संबंधी जानकारी उपलब्ध होगी।

कांवड़ मेले में पिछले साल 4.41 करोड़ शिवभक्त हरिद्वार पहुंचे थे। इस बार आंकड़ा पांच करोड़ पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतनी बड़ी तादाद में कांवड़ यात्रियों को मेले की हर व्यवस्था की जानकारी उपलब्ध कराना आसान नहीं है। इसलिए पिछले साल पुलिस विभाग की ओर से क्यूअार कोड के माध्यम से कांवड़ मेले की सभी व्यवस्थाओं की जानकारी उपलब्ध कराई गई थी।

बीते वर्ष श्रद्धालुओं को हुए फायदे को देखते हुए इस साल भी क्यूआर कोड जारी किया है। भीड़भाड़ और ट्रैफिक के बीच यह प्रणाली गाइड की तरह कार्य करती है, जिससे शिवभक्त बिना भटके निर्धारित स्थान पर पहुंच पाते हैं। साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम से भी वास्तविक समय की सूचना अपडेट होती रहती है।

इस क्यूआर कोड को इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने के साथ ही हरिद्वार व अन्य राज्यों में बैनरों और होर्डिंग्स पर प्रचारित किया जा रहा है। ताकि देशभर से आने वाले श्रद्धालु इसे स्कैन कर अपनी यात्रा को आसान बना सकें।

  • मेले में कहां-कहां पार्किंग स्थल बने हैं, उसकी लोकेशन
  • किस मार्ग पर जाम की स्थिति है, और कहां रूट डायवर्जन
  • प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, शिविर, और पुलिस सहायता बूथ की जानकारी
  • आपात स्थिति में संपर्क करने योग्य महत्वपूर्ण नंबर
  • गूगल मैप इंटीग्रेशन से लाइव लोकेशन और रूट नेविगेशन

एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि यह क्यूआर कोड केवल हरिद्वार जनपद तक सीमित नहीं है। इसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में भी होर्डिंग-बैनर और डिजिटल पोस्टर के जरिए प्रचारित किया जा रहा है। जिससे कांवड़ यात्रा पर निकलने से पहले ही यात्री अपनी योजना बना सकें।

बताया कि डिजिटल माध्यम से श्रद्धालुओं तक सटीक और समयबद्ध जानकारी पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। क्यूआर कोड एक सरल और प्रभावी माध्यम है, जिसे हर आयु वर्ग के श्रद्धालु आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। क्यूआर कोड आधारित इस सेवा को मेला नियंत्रण कक्ष, पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट, और इंटरनेट मीडिया हैंडल्स पर भी उपलब्ध कराया गया है।

About Author