आइए जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त और पूजा- विधि…
एकादशी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 14, 2021 को 05.48 ए एम बजे
एकादशी तिथि समाप्त – नवम्बर 15, 2021 को 06.39 ए एम बजेपारण (व्रत तोड़ने का) समय – 15 नवंबर, 01.10 पी एम से 03.19 पी एम
पारण तिथि के दिन हरि वासर समाप्त होने का समय – 01.00 पी एम
तुलसी विवाह पूजा विधि-
-एकादशी व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करें और व्रत संकल्प लें।
-इसके बाद भगवान विष्णु की अराधना करें।
-अब भगवान विष्णु के सामने दीप-धूप जलाएं। फिर उन्हें फल, फूल और भोग अर्पित करें।
-मान्यता है कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी जरुरी अर्पित करनी चाहिए।
-शाम को विष्णु जी की अराधना करते हुए विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें।
-एकादशी के दिन पूर्व संध्या को व्रती को सिर्फ सात्विक भोजन करना चाहिए।
-एकादशी के दिन व्रत के दौरान अन्न का सेवन नहीं किया जाता।
-एकादशी के दिन चावल का सेवन वर्जित है।
-एकादशी का व्रत खोलने के बाद ब्राहम्णों को दान-दक्षिणा दें।
More Stories
धर्मनगरी हरिद्वार में जल्द ही विश्व का अनूठा आध्यात्मिक केंद्र बनने जा रहा है
छठ महापर्व को लेकर हरिद्वार के बाजारों में रौनक लौटी
प्रयाग कुंभ में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित : अखाड़ा परिषद