कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर मंगलवार को धर्मनगरी हरिद्वार में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। हरकी पैड़ी श्रद्धालुओं से खचाखच भरी नजर आई।चंद्रग्रहण का सूतक लगने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद रहे हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु हरकी पैड़ी ब्रह्म कुंड के अलावा मालवीय घाट, सुभाष घाट, प्रेम नगर आश्रम समेत विभिन्न गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाते दिखे।
मंगलवार को भोर से ही स्नान का क्रम शुरू हुआ। हालांकि चंद्रग्रहण का सूतक लगने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद रहे।गंगा स्नान के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना नहीं कर पा रहे
श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना नहीं कर पा रहे हैं। चंद्रग्रहण के चलते पिछले स्नानों के मुकाबले श्रद्धालुओं की अपेक्षित भीड़ नहीं दिख रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से अपर रोड समेत हरकी पैड़ी क्षेत्र के बाजारों में खासी चहल-पहल दिखी।
गंगा सभा के अलावा पुलिस की ओर से इंतजाम किए गए
रेलवे स्टेशन और बस अड्डा पर भी आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ रही। हरकी पैड़ी समेत गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के अलावा पुलिस की ओर से इंतजाम किए गए हैं।
मेला क्षेत्र को नौ जोन और 33 सेक्टरों में बांटा
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व को लेकर पुलिस अलर्ट है। पूरे मेला क्षेत्र को नौ जोन और 33 सेक्टरों में बांटते हुए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं।स्नान पर्व के दौरान आतंकी घटनाओं की रोकथाम के लिए लगातार चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। बम निरोधक दस्ते की दो टीम श्वान दल के साथ नियुक्त की गई है। भीड़ नियंत्रण के लिए घुड़सवार पुलिस की व्यवस्था की गई है। अभिसूचना इकाई के 20 अधिकारी कर्मचारी भी तैनात रहेंगे।
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