अयोध्या – आज रामभक्तों के लिये बेहद शुभ और ऐतिहासिक दिन है। अब सैकड़ों वर्षों का इंतजार खत्म होने वाला है। आज से शिलाओं के रखने का काम तेजी से शुरू हो जायेगा। अब वो दिन दूर नहीं है जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर तैयार हो जायेगा। सैकड़ों वर्षों से भारत की आस्था जिस पवित्र काम के लिये तरस रही थी , वह दिन बहुत दूर नहीं जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का मंदिर अयोध्या में बनकर देश-दुनियां के सभी सनातन धर्मावलंबियों की आस्था का प्रतीक बनेगा ही। रामजन्मभूमि मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा। भारत की आस्था को सम्मान देने के साथ भारत के एकात्मता का प्रतीक होगा।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज रामनगरी अयोध्या में रामलला के गर्भगृह में शिलापूजन कर पहली शिला रखने के बाद कही। उन्होंने कहा कि पूज्य संतों का संघर्ष पूरा हुआ , पीएम मोदी का सपना साकार हो रहा है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य का शुभारंभ लगभग दो वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी के करकमलों से हुआ और सफलतापूर्वक ये निर्माण कार्य आगे बढ़ रहा है। हम सब अभारी हैं कि पीएम मोदी का जिन्होंने इसका शुभारंभ किया था , इससे भारत को सम्मान मिलेगा। इस मंदिर का शिला पूजा करना मेरे लिये सौभाग्य की बात है। सीएम योगी ने कहा गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियां इस काम में लगी थीं , देश के असंख्य साधु – संत राम मंदिर आंदोलन को चला रहे थे। अयोध्या में पांच सौ साल की तड़पन जल्द दूर होगी। मंदिर के नींव का काम पूरा हो चुका है और अब गर्भगृह निर्मित होने के साथ ही सांस्कृतिक अस्मिता के नवयुग का आरंभ होगा। सीएम योगी ने कहा कि इससे बड़े गौरव का विषय क्या हो सकता है कि जिन अक्रांताओं ने भारत की आस्था पर प्रहार किया था , अंतत: सत्य की विजय हुई। सत्यमेव जयते ने एक बार फिर से अपनी सार्थकता को सिद्ध किया है। सीएम ने उपस्थित संत-महात्माओं विशिष्ट व्यक्तियों का आह्वान किया कि हम सभी का पावन कर्तव्य है कि पूरी क्षमता के साथ मंदिर निर्माण के कार्य में योगदान करें।
More Stories
भांकरोटा अग्निकांड में जान गंवाने वाले व घायलों को भारत पेट्रोलियम आर्थिक सहायता देगा
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मामले में सरकार को जल्द कदम उठाने चाहिए : शंकराचार्य
भारत के 51 वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस खन्ना ने शपथ ली