असंगठित व प्रवासी कामगारों को काम की तलाश में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रोजगार देने वाले खुद उन्हें बुलाएंगे और श्रमिक मनचाही जगह पर काम कर सकेंगे।श्रम व रोजगार मंत्रालय के ई-श्रम पोर्टल को जाब पोर्टल उन्नति से जोड़े जाने की तैयारी है। ई-श्रम पोर्टल श्रम व रोजगार मंत्रालय ने अगस्त में लांच किया था और श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गत 15 दिसंबर तक इस पोर्टल पर 12 करोड़ श्रमिक अपना पंजीकरण करा चुके हैं।
वहीं नीति आयोग के प्रयास से सरकार की तरफ विकसित जाब पोर्टल उन्नति पर रोजगार प्रदाता और कामगार अपनी-अपनी अपनी जानकारी देते और एक प्लेटफार्म पर मिलते हैं। उन्नति पोर्टल पर टेक्सटाइल-गारमेंट्स, टेलीकाम, सुरक्षाकर्मी, एफएमसीजी, रिटेल, लाजिस्टिक्स, मैन्यूफैक्चरिंग, निर्माण जैसे विभिन्न सेक्टर के नौकरी देने वाले अपनी जरूरत बताते हैं।
सूत्रों के मुताबिक नए वर्ष में ई-श्रम पोर्टल को उन्नति से जोड़ा जा सकता है। श्रम व रोजगार मंत्रालय नेशनल कैरियर सर्विस के नाम से पहले से रोजगार एक्सचेंज चला रहा है जिसकी शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी और यहां सरकारी-गैर सरकारी सभी प्रकार की नौकरी की जानकारी मिलती है।कई बार छोटी-छोटी कंपनियों को श्रमिकों की जरूरत होती है लेकिन उन्हें कामगार नहीं मिलते हैं। ये कंपनियां अस्थायी श्रमिकों के लिए ठेकेदार के भरोसे रहती हैं और श्रमिकों को भी यह पता नहीं चल पाता है कि उन्हें कहां पर काम मिल सकता है। उन्नति पोर्टल इस खाई को भरने का काम करेगा।
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