जोशीमठ में आपदा राहत कार्यों को त्वरित गति देने और पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए मंडलायुक्त सुशील कुमार ने 10 अधिकारियों को जोशीमठ में तैनात किया है.इनमें एक एडीएम, तीन एसडीएम और छह तहसीलदारों को जोशीमठ में कैंप करने के निर्देश हैं. एक दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ आपदा को देखते हुए शासन और स्थानीय प्रशासन के स्तर पर उच्च स्तरीय समितियां गठित करने के निर्देश दिए थे.
इसके साथ ही सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम और आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार को जोशीमठ में कैंप करने के निर्देश दिए थे. राहत कार्यों के सही से संचालन के लिए रविवार को मंडलायुक्त की ओर से अधिकारियों को जोशीमठ पहुंचने के आदेश जारी किए गए हैं.इनमें अपर जिलाधिकारी हरिद्वार बीर सिंह बुद्धियाल, एसडीएम श्रीनगर अजयवीर सिंह, एसडीएम केदारनाथ विकास प्राधिकरण योगेंद्र सिंह, एसडीएम ऋषिकेश नंदन सिंह के अलावा छह तहसीलदारों को जोशीमठ भेजा गया है. इनमें तहसीलदार पौड़ी हरीश जोशी, तहसीलदार टिहरी आशीष घिल्डियाल, डोईवाल के शादाब, जखोली के नायाब तहसीलदार बलवीर लाल, चकबंदी अधिकारी हरिद्वार टीकम सिंह और नायब तहसीलदार सदर देहरादून सुरेंद्र सिंह शामिल हैं.
बता दें कि उत्तराखंड के जोशीमठ में स्थिति हर दिन और ज्यादा खराब होती जा रही है. अब दरारें पहले से भी ज्यादा भयावह रूप लेती जा रही हैं. जो दरारें पहले महज दो इंच की थीं वो बढ़कर अब 8-9 इंच की हो गई हैं. दो होटलों (मलारी इन और माउंटेन व्यू) के गिरने की भी आशंका जताई गई है. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते तक दोनों होटल गिर जाएंगे. लोगों को अतिसंवेदनशील जगहों से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है.
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