देहरादून। देशभर में इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 वाइरस के मरीजों की संख्या में इजाफा को देखते हुए अलर्ट के साथ ही एडवाइजरी भी जारी की गई है। उत्तराखंड के 13 जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को आइसोलेशन बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर सहित सभी जरूरी जीवनरक्षक दवाएं अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्था करने को कहा है। अस्पताल की ओपीडी में हर दूसरे मरीज में एच3एन2 जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक विनीता शाह ने अलर्ट जारी करते हुए सभी सीएमओ को सतर्क रहने की सख्त हिदायत दी है।
देशभर में बढ़ रहे इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2के मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक विनीता शाह ने अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू, वेंटीलेटर आदि की व्यवस्था करने को कहा है।स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह ने कहा है कि अस्पतालों में इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 के मरीजों की सघन निगरानी की जाए। हर मरीज की आईएचआईपी पोर्टल में एंट्री की जाए। अस्पतालों में दवाईयों, मास्कों की कमी न हो। जागरूकता अभियान आईईसी के माध्यम से चलाए जाएं। तीन दिन में डेथ ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से दें।
डॉक्टरों के मुताबिक, इन दिनों इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट-एच3एन2 के लक्षण वाले मरीजों की भरमार है। दून अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल में डॉक्टरों के पास पहुंच रहा हर दूसरा मरीज इन्हीं लक्षणों वाला है। रुड़की में ऐसे लक्षणों वाले 30 प्रतिशत मरीज सिविल अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल टिहरी के सीएमएस डा. अमित राय ने बताया कि रोजाना 70 से 80 मरीज खांसी-जुकाम के अस्पताल पहुंच रहे हैं। कुमाऊं मंडल के अस्पतालों में भी बुखार, खांसी, जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
वायरस से ऐसे करें खुद का बचाव
वायरस एच3एन2 से बचाव के लिए अपने कुछ सुझाव दिए हैं. इसके द्वारा आप एच3एन2 वायरस की चपेट में आने से अपने आप को रोक सकते हैं.
हाथों को हैंडवॉश या साबुन से अच्छे से धोएं.
अपने नाक और आंखों को बार-बार छूने से परहेज करें.
जब आप घर से बाहर निकलते है तो मास्क का प्रयोग करें, यह ज्यादा फायदेमंद है
अगर आपको कभी छींक या खांसी आती है तो उस वक्त आप अपना मुंह और नाक को ढंक लें
तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.
बॉडी पेन या बुखार होने पर डॉक्टर से जाकर चेक जरूर कराएं और उनके बताए दवाओं का ही सेवन करें.
इसे ना करें नजरअंदाज
आईसीएमआर के मुताबिक, इस वायरस यानी एच3एन2 की चपेट में आए लोगों को हाई फीवर हो भी सकता है. जिसमें आपको ठंड और कंपकंपी महसूस हो सकती है साथ ही तेज बुखार आएगा है. एतियात पैरासिटामॉल ले सकते है अगर आपका बुखार ठीक हो भी जाता है तो बाद में आपको खांसी आ सकती है. अगर आपके साथ कुछ ऐसा ही तो इसे आप नजरअंदाज ना करें क्योंकि यह कोई आम खांसी नहीं है इससे आप कई दिनों तक परेशान रह सकते है. साथ ही आपको खरास से लेकर आवाज में भी खरखराहट हो सकती है. तो आप में अगर इस वायरस से संबंधित कोई लक्षण है तो आप डॉक्टर से जाकर मिले यह उनकी सलाह पर ही दवा का सेवन करें.
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