जिलाधिकारी ने एचआरडीए सभागार में रुड़की महायोजना 2041 के संबंध में बैठक ली

जिलाधिकारी, उपाध्यक्ष हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में बुधवार को एचआरडीए सभागार में रुड़की महायोजना 2041 (प्रारूप) के सम्बन्ध में बैठक हुई।बैठक में आवास विकास विभाग की ओर से आल इण्डिया इंस्टीट्यूट फॉर लोकल गवर्नमेंट के प्रतिनिधि ने रुड़की की महायोजना 2041 (प्रारूप) के अन्तर्गत 66 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कांसेप्ट प्लान, ट्रांसपोर्टेशन, पब्लिक, सेमी पब्लिक लैंड यूज के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में अमृत सिटीज-रुड़की की महायोजना की दृष्टि से वर्तमान में जनसंख्या तथा भविष्य में जनसंख्या का क्या स्वरूप होगा, कितनी फ्लोटिंग जनसंख्या होगी, कौन-कौन से नये संस्थान यहां खुल सकते हैं, कौन से क्षेत्र एचआरडीए से और कौन से क्षेत्र नगर निगम रुड़की से जुड़े हैं, कितने परिवार वर्तमान में निवास कर रहे हैं तथा भविष्य में कितने और परिवारों के लिये व्यवस्था करने की जरूरत पड़ेगी, पानी की आपूर्ति की क्या व्यवस्था होगी, सीवरेज व्यवस्था, सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट, रोड नेटवर्क, ट्रैफिक व्यवस्था, रिंग रोड, बस स्टैण्ड, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, आईएसबीटी की स्थापना, ट्रांसपोर्ट नगर, लॉजिस्टिक हब, एक्सप्रेस वे, औद्योगिक एस्टेट, पार्क, सोनाली नदी के दोनों ओर ग्रीन ब्यल्ट, आवासीय योजनायें, राजमार्ग, साइकिल ट्रैक, मनोरंजनात्मक परियोजनाएं आदि पर विस्तृत चर्चा हुई।

जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रुड़की की महायोजना को अन्तिम स्वरूप प्रदान करने से पहले नगर निगम सहित सभी सम्बन्धित विभागों से आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए तीन दिन के भीतर एक बैठक आयोजित करें, जिसमें रूड़की महायोजना 2041 के अन्तर्गत जो-जो व्यवस्थाएं रखी गयी हैं, वे धरातल पर कितनी व्यावहारिक हैं, उस पर भी विचार कर लिया जाए। महायोजना तैयार करने में जल्दीबाजी न करते हुए पूरी सावधानी बरती जाये। जिस क्षेत्र में महायोजना प्रस्तावित है, उसका फील्ड विजिट अवश्य कर लिया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि जहां पर जिस विभाग से सम्बन्धित सहयोग की आवश्यकता होगी, उस विभाग द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जायेगा।बैठक में जिलाधिकारीने रुड़की महायोजना के प्रस्तुतीकरण के दौरान फ्रेट कारिडोर के निर्माण की संभावनाओं पर भी विचार करने सहित विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी प्रदान किये।

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