देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में उत्तरायणी मेले का उद्घाटन किया और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सुशासन दिवस एवं वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक हुई. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरायणी मेले में प्रदेश भर में प्रमुख आयोजन होंगे।यह मेला हमारे संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को बढ़ावा देने का काम करता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को उत्तरायणी मेले के महत्व के बारे में पता होना चाहिए और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए राज्य भर में बड़े आयोजन किए जाने चाहिए। प्रदेश के पंच प्रयाग एवं अन्य महत्वपूर्ण संगम एवं घाट स्थलों पर उत्तरायणी दिवस पर सूर्य उपासना उत्सव का आयोजन किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन जागरूकता बढ़ाने के लिए उत्तरायणी उत्सव के दौरान सौर ऊर्जा कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। ऐसे में स्कूलों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सौर ऊर्जा और ऊर्जा बचत को लेकर प्रतियोगिताएं और चर्चाओं का आयोजन किया जाना चाहिए।उत्तराखंड की संस्कृति में उत्तरायणी मेले का विशेष महत्व है। उत्तरायणी पर्व का मुख्य आयोजन 14 जनवरी को बागेश्वर में होगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से एक बड़ा और भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को सुशासन दिवस पर प्रदेश में प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. सभी जिलों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सुशासन दिवस पर वे स्वयं ग्राम चौपाल में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस पर सिख समुदाय के 10वें गुरु गुरु गोबिंद सिंह के पुत्र साहिब जादा, जोरावर सिंह व वीर बलिदान दिवस पर एक बड़ा राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। साथ ही जिला मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम आयोजित होंगे व वीर बाल दिवस राज्य भर के सभी स्कूलों में आयोजित किया जाएगा।
More Stories
आंगनबाड़ी केंद्र पर छापेमारी के दौरान कई खामियां मिली
पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज ने टॉप 20 में जगह बनाई
भल्ला क्रिकेट स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप निर्मित किया गया