जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने आरोपित पार्षद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद मंगलवार को हरिद्वार के रजिस्ट्रार, कानूनगो एवं उप राजस्व निरीक्षकों ने कार्य बहिष्कार पर रोक लगा दी है।
राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने विगत 16 जुलाई को रूड़की में पानी की निकासी के दौरान हुई मारपीट से जुड़े पार्षद सचिन चौधरी प्रकरण पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अब तक इस प्रकरण में जो कार्रवाई हुई, के सम्बन्ध में रजिस्ट्रार, कानूनगो एवं उप राजस्व निरीक्षकों के पदाधिकारियों को जानकारी दी तथा आश्वासन दिया कि इस प्रकरण में दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने पदाधिकारियों से अतिवृष्टि की वजह से आई आपदा की इस घड़ी में अपना पूरा सहयोग देने को कहा।
जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आश्वासन और आपदा की स्थिति को देखते हुए रजिस्ट्रार, कानूनगो एवं उप राजस्व निरीक्षकों के पदाधिकारियों ने कार्य बहिष्कार वापस ले लिया और 15 दिन का समय देकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट भगवानपुर आशीष मिश्रा, एसडीएम पूरण सिंह राणा, उत्तराखण्ड रजिस्ट्रार कानूनगो संघ के प्रान्तीय महामंत्री मनोज पाण्डेय, जिला अध्यक्ष अमरीष शर्मा, महामंत्री आलोक खरे, उत्तराखण्ड लेखपाल संघ जिलाध्यक्ष देवेश घिल्डियाल, महामंत्री अनूज, जिलाध्यक्ष संग्रह अमीन संघ शशिपाल, महामंत्री मनोज बढ़ाकोटी, चकबन्दी लेखा संघ के जिलाध्यक्ष बंगाल सिंह, रोहित पाल, देवेन्द्र चौधरी सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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