उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 के पहले ही दिन तीर्थ यात्री, और पर्यटकों को शनिवार 22 अप्रैल को ट्रैफिक जाम के झाम का सामना करना पड़ा। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर घंटों जाम में लोग फंस रहे।दिल्ली-एनसीआर, और यूपी से उत्तराखंड आने वाले यात्रियों की मुसीबतें कई दुगना तक बढ़ गईं थीं। चार धाम यात्रा के शुरू होने के साथ ही वीकेंड की वजह से तीर्थ यात्रियों, और पर्यटकों की भारी भीड़ उत्तराखंड में देखने को मिली।
हरिद्वार में यात्रा सीजन के पहले दिन इस साल का अब तक का सबसे लंबा जाम लगा। पुलिस ने रोक-रोक कर वाहनों को निकाला। एक प्लाटून पीएसी समेत 98 पुलिसकर्मियों को व्यवस्था संभालने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा। उधर, चीला मार्ग को वनवे किया गया।हाईवे चौड़ीकरण के बाद भी जाम से मुक्ति नहीं मिल पा रही है।हालत यह है कि दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने में अब केवल तीन घंटे लग रहे हैं, लेकिन यहां से बाहर निकलने में भी इतना ही या इससे अधिक का समय लग रहा है। शनिवार को हाईवे के साथ शहर के अंदर जाम लगने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।सुबह नौ बजे से ही दूधाधारी चौक के आसपास जाम लगना शुरू हो गया।
इस कारण चंडी घाट चौक पर दबाव बढ़ने लगा। जैसे-जैसे दिन बढ़ने लगा वैसे-वैसे हाईवे पर वाहनों का दबाव नजर आने लगा। 11:30 बजे सप्तऋषि क्षेत्र से लेकर शंकराचार्य चौक तक वाहनों का दबाव रहा। पंतद्वीप से लेकर शंकराचार्य तक वाहन पूरी तरह फंसे रहे। जबकि बॉटलनेक बने सर्वानंद घाट से वाहन रेंग-रेंग कर मोतीचूर फ्लाईओवर तक आगे बढ़ते रहे।
यातायात पुलिस पूरे हाईवे या शहर के मुख्य मार्गों पर कहीं भी नजर नहीं आई। यात्री खुद ही जाम से जूझते हुए आगे बढ़ते रहे। तीन बजे के बाद वाहनों की स्थिति सामान्य हो सकी। ट्रैफिक जाम को खुलवाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन घंटों तक यात्रियों को कोई राहत नहीं मिली।
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