जिले में सोमवार को दिनभर चिलचिलाती गर्मी के बाद देर शाम हुई झमाझम बारिश ने राहत बनकर बरसी। वहीं कुछ इलाकों में आंधी चलने से पेड़ों की टहनियां टूटकर बिजली के तारों पर गिर गईं। इससे कई इलाकों की बिजली गुल हो गई।वहीं दूसरी ओर बारिश से जहां आम और लीची को नुकसान पहुंचा है वहीं गन्ने की फसल के लिए ये बारिश संजीवनी मानी जा रही है।
सोमवार को दिनभर भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से लोग बेहाल रहे। दिन में अधिकतम तापमान 37.5 और न्यूनतम 26.5 रहा। शाम को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में काले बादल छाने के साथ ही तेज हवा चलने लगी। इसके बाद बारिश शुरू हो गई। बारिश के बाद लोगों ने चिलचिलाती गर्मी से राहत महसूस की। वहीं करीब आधे घंटे की बारिश से ज्वालापुर रेल अंडरपास, चौहानान, चौक बाजार, पुरानी अनाज मंडी, ढोल्लीखाल और कनखल के लाटोवाली, कृष्णानगर में जलभराव हो गया। भगत सिंह चौक पुलिया के नीचे पानी भरने से राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं पथरी के धनपुरा, घिस्सुपुरा, पदार्था, शाहपुर,बादशाहपुर, शेरपुर, नई कुंडी, भट्टीपुर, नसीरपुर कलां, धारीवाला, टिकौला, हरसीवाला, रानीमाजरा, भुवापुर चमरावल, शिवगढ, फूलगढ़, गोविंदगढ़, दुर्गागढ़ समेत कई क्षेत्रों में आंधी चलने से पेड़ की टहनियां टूटकर विद्युत लाइनों पर गिर गईं जिससे लाइनों में फाल्ट हो गया और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। साथ ही आम और लीची झड़ने से बागवानों को भी नुकसान हुआ है। बारिश से फसलों को मिली संजीवनी
काफी समय से बारिश न होने से सूखने के कगार पहुंची फसलों को सोमवार की शाम हुई बारिश से संजीवनी मिल गई।
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