प्रदेश में लगातार हुई वर्षा के कारण कुल 34.5 प्रतिशत औद्यानिकी की फसलें विभिन्न जिलों में खराब हो गई है। सबसे अधिक हरिद्वार जिले में बाढ़ के कारण 763 हेक्टेयर क्षेत्रफल में क्षति पहुंची है।इसमें कहीं कहीं 80 प्रतिशत फसल खराब हो गई है। फसलों को पहुंची क्षति के कारण काश्तकारों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। उद्यान विभाग ने क्षति के आकलन की प्राथमिक रिपोर्ट तैयार ली है।
बीते 15 जून से 22 जुलाई तक पूरे राज्य में लगातार बरसात हुई है। बरसात के कारण हरिद्वार समेत अन्य जिलों में औद्यानिकी को भारी नुकसान पहुंचा है। कुछ जिलों में सब्जी, फल, मसाला और पुष्प की फसलें अतिवृष्टि के कारण बह गई हैं।बहादराबाद, लक्सर, खानपुर, भगवानपुर, रुड़की और नारसन में फल, सब्जी, पुष्प और मसाले की फसल बरसात और बाढ़ की चपेट में आई है। जिले में कुल 763 हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है। इसमें 325 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 80 प्रतिशत तक फसलों को क्षति पहुंची है।
देहरादून- 1299.03- 30
पिथौरागढ़- 3.76- 25
हरिद्वार- 763- 33 से 80
उत्तरकाशी- 1.15- 20 से 60
पौड़ी- 24.84 – 10 से 23.5
नैनीताल- 02 – 35
रुद्रप्रयाग- 0.50 – 50।
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