प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की वजह से 77 लोगों को जान गंवानी पड़ी

उत्तराखंड में अतिवृष्टि से अब तक 77 लोगों को जान गंवानी पड़ी है और 46 लोग घायल हुए हैं, जबकि 19 लोग लापता हैं।पर्वतीय जनपदों में भूस्खलन और पहाड़ चटकने से आवागमन में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। राज्य में एक बॉर्डर मार्ग सहित 202 सड़कें अवरुद्ध हैं जिन्हें खोलने का कार्य जारी है। मौसम विभाग ने राज्य में 22 अगस्त तक के लिए बारिश को लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

राज्य आपदा परिचालन केन्द्र के अनुसार राज्य में वर्षा काल में 15 जून से अब तक 12 जिलों में कुल 77 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे अधिक रुद्रप्रयाग जिले में 19, उधमसिंह नगर, पौड़ी, चमोली, उत्तरकाशी में 08-08, देहरादून, हरिद्वार में 06-06, टिहरी 05, नैनीताल, पिथौरागढ़ में 03-03, बागेश्वर में 02 और चंपावत में एक की मौत शामिल है। राज्य में 46 लोग घायल हैं जबकि 19 लोग अभी भी लापता है। इनमें रुद्रप्रयाग के 15, पौड़ी के 03 और उत्तरकाशी का एक व्यक्ति शामिल है। लापता लोगों की खोजबीन जारी है।

हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 292.35 मीटर पर है जो खतरे के निशान से नीचे हैं।

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