कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है, उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ रूट वाले रस्ते में आने वाले सभी ढाबे और रेस्टोरेंट मालिकों को बाहर सामने दिखने के लिए फूड लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और फूड सेफ्टी डिस्प्ले बोर्ड लगाने के लिए कहा है।इसको लेकर राज्य सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। जिसके बाद इस फैसले पर विपक्ष ने विरोध दर्ज कराया। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इसपर साफ बयान देते हुए कहा है कि भोजन शुद्ध और सुरक्षित हो ये हमारी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- ‘कांवड़ यात्रा हमारी आस्था और श्रद्धा की यात्रा है, जिसमें हर साल लगभग चार करोड़ श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश आते हैं। वे मां गंगा का पवित्र जल लेकर अपने-अपने क्षेत्र लौटते हैं। इस दौरान उन्हें शुद्ध और सुरक्षित भोजन मिले, यह हमारी जिम्मेदारी है।’ सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है, ना कि किसी समुदाय विशेष को निशाना बनाने के लिए।
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