हिमाचल प्रदेश में सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर श्री नयनादेवी विधानसभा के स्वारघाट में रविवार को विशाल रैली निकाली गई। इसमें देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा ने संयुक्त रूप से भाग लिया।रैली लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस से लेकर अपर और लोअर बाजार स्वारघाट से होते हुए जनसभा स्थल तक पहुंची।
कहा गया कि सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर राजधानी शिमला से हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की पदयात्रा निकाली जाएगी। इससे सवर्ण समाज को जागरूक करने की मुहिम शुरू की जाएगी। देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर और देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल ठाकुर ने कहा कि आजतक सभी राजनीतिक दलों ने स्वर्ण समाज के साथ छलकपट और भेदभाव की राजनीति ही की है।
कहा कि जातिगत आरक्षण को जल्द खत्म किया जाना चाहिए। सरकार आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करे। उन्होंने कहा कि 2018 से उन्होंने सवर्ण हितों की लड़ाई शुरू की है। यह हक मिलने तक जारी रहेगी। नेताओं को तभी वोट मिलेगा, जब वे सवर्ण समाज के हितों का सम्मान करेंगे। कहा कि अभी तीन विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा तथा सवर्ण समाज के लोगों से नोटा दबाने के लिए कहा जाएगा।
कहा कि हिमाचल में 75 फीसदी आबादी सवर्णों की है। बावजूद इसके सवर्ण विभिन राजनीतिक दलों की कठपुतली बनकर रह गए हैं। बैठक में बिलासपुर जिलाध्यक्ष अनिल ठाकुर, महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष उषा ठाकुर, जिला बिलासपुर आईटी सेल के प्रभारी परविंदर चंदेल, परिवहन निगम के प्रदेशाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर और अन्य कई नेता मौजूद रहे।
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