2027 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेले को दिव्य बनाने के लिए तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की शुरुआत हो गई है। मेले से संबंधित स्थाई कार्यों पर बजट का 70 फीसदी भाग खर्च किया जाएगा।स्थाई कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया गतिमान है। यह जानकारी नवनियुक्त कुंभ मेला अधिकारी सोनिका ने पत्रकार वार्ता में दी।
मेलाधिकारी सोनिका ने कहा कि 2027 के कुंभ मेले को दिव्य एवं भव्य ढंग से आयोजित करने के लिए कई कार्यों के शासनादेश जारी किए जा चुके है। इनमें से कई निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए है तथा कई निर्माण कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया गतिमान है।
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा ऋषिकुल से साक्षी सतनाम घाट तक 810 मीटर लंबे घाट का निर्माण कार्य गतिमान है। अमरापुर घाट से ऋषिकुल पुल – शंकराचार्य चौक तक 770 मीटर लंबे तुलसी घाट का निर्माण कार्य हो रहा है। कुंभ मेला के अतर्गत धनौरी-सिडकुल लिंक मार्ग के मरम्मत कार्य के लिए भी टेंडर प्रक्रिया गतिमान है।उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों के लिए शासनादेश निर्गत किया जा चुका है,जिसके लिए जनपद हरिद्वार में बहादराबाद-सिडकुल फोरलेन मार्ग एवं शिवालिक नगर चौक से हरिद्वार तक का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण की ली गई है। दिल्ली-हरिद्वार देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 334 पर पतंजलि योगपीठ से सहदेवपुर – दिनारपुर, सुभाषगढ़ होते हुए पुरकाजी – लक्सर – ज्वालापुर – राष्ट्रीय राजमार्ग नं 334 ए पर फेरूपुर तक मार्ग का डेढ़ लेन में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों के लिए टेंडर प्रकिया गतिमान है।उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले के लिए जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे है उन कार्यों को समयबद्धता एवं गुणवत्तापूर्ण संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए थर्ड पार्टी इन्वेस्टिगेशन की व्यवस्था की गई है।

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