एक व्यक्ति ने पायलट बाबा सहित कई लोगों पर उसको पट्टे पर मिली जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कब्जा हटवाने की गुहार लगायी है।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते जगजीपुर निवासी सुरेश कुमार ने आरोप लगाया कि वर्ष 1993-94 में ग्राम सभा द्वारा उसे जमीन का पट्टा आवंटित किया गया था।जिस पर फूलों की खेती कर वह अपने परिवार का गुजर बसर कर रहा था। 6 मई 2015 की रात पायलट बाबा ने कुछ असामाजिक तत्वों के साथ जमीन पर कब्जा कर लिया। जेसीबी चलाकर सभी पेड़ों को भी ध्वस्त कर दिया। पुलिस और जिला प्रशासन को शिकायत करने के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने तहसील में मुकद्मा दायर किया। सिविल कोर्ट में भी मुकद्मा दायर किया। दोनों अदालतों से फैसला उसके पक्ष में आया। इसके बावजूद उसे कब्जा नहीं दिलाया गया। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के आदेश पर जिला प्रशासन ने उसे जमीन पर कब्जा दिलाया। दो वर्ष जमीन पर काबिज रहने के बाद उसकी जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया गया और उस पर आश्रम का निर्माण कर दिया गया। इसके बाद से ही वह कब्जा हटवाने के लिए दर दर भटक रहा है। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उसे अपनी और परिवार की जानमाल का खतरा भी बना हुआ है। पत्रकारवार्ता के दौरान सुरेश कुमार की पत्नि अमरकली, पुत्र मोनू आदि भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि पायलट बाबा का हाल ही निधन हो गया था। उन्हें जगजीतपुर स्थित आश्रम में ही भूसमाधि दी गयी है।
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