हरिद्वार पुलिस ने पकड़ा दिल्ली पुलिस का फर्जी एएसआई

हरिद्वार: उत्तराखंड पुलिस ने एक फर्जी पुलिसवाले को गिरफ्तार किया है. आरोपी दिल्ली पुलिस का फर्जी एएसआई बनकर होटलों में फ्री की दावतें उड़ाता था और फिर होटल वालों को चूना लगाकर फरार भी हो जाता है. आरोपी लंबे समय से ऐसा कर रहा था. हालांकि हरिद्वार में एक होटल संचालक ने उसकी ये चालाकी पकड़ ली, तभी आज आरोपी सलाखों के पीछे है.

हरिद्वार पुलिस ने बुधवार 25 जनवरी को पूरे मामले का खुलासा किया. हरिद्वार पुलिस ने बताया कि आरोपी हरिद्वार, देहरादून और मसूरी जैसी जगहों पर जाकर होटलों में दिल्ली पुलिस का फर्जी एएसआई का कार्ड दिखाकर वहां फ्री में रुकता था और मजे से अपने दोस्तों के साथ होटलों में पार्टी भी करता था. होटल वाले जब आरोपी से पैसे मांगते तो वो उन्हें दिल्ली पुलिस के एएसआई होने का रौब दिखाता और होटल संचालक या मैनेजर को थाने में बंद करने की धमकी देता.पुलिस ने बताया कि आरोपी हरिद्वार में भी पहले ऐसा कर चुका है. लेकिन दूसरी बार उसने एक गलती कर दी, जिससे होटल संचालक को उस पर शक हो गया और यही उसे फंसने का कारण बन गया. दरअसल, आरोपी अपने दोस्तों के साथ बीती 25 दिसंबर को हरिद्वार के एक होटल में पहुंचा था. होटल संचालक को आरोपी ने खुद दिल्ली पुलिस का एएसआई बताया था. आरोपी ने होटल में अपना नाम-पता हिमांशु हैप्पी निवासी 814 पाना, मंडान गांव बवाना थाना बवाना नॉर्थ वेस्ट दिल्ली बताया था.पुलिस के मुताबिक 25 दिसंबर को आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ होटल में पार्टी की और 26 दिसंबर को वापस चला गया. उस दौरान आरोपी ने होटल वाले को कमरे और खाने पीने का बिल भी नहीं दिया था. इसके बाद बीती 17 जनवरी को आरोपी दोबारा हरिद्वार के उसी होटल में पहुंचा. इस बार उनसे दिल्ली पुलिस का जो फर्जी कार्ड दिखाया वो अंकित शेहरावत के नाम से था, जिस पर होटल संचालक को उस पर कुछ संदेह हुआ.

इस बार भी आरोपी ने पुलिस को रौब दिखाते हुए होटल संचालक को करीब 14 हजार रुपए का चूना लगाया और वहां से निकल गया. हालांकि इस बार होटल संचालक ने पुलिस से मामले की शिकायत की. पुलिस ने भी आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू की.आरोपी की तलाश में हरिद्वार पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची और वहां से उसे गिरफ्तार किया. हरिद्वार नगर कोतवाल भावना कैंथोला ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी का नाम हिमांशु हैप्पी है, जो दिल्ली का ही रहने वाला है. आरोपी के पास से दिल्ली पुलिस का फर्जी कार्ड भी बरामद हुई है. जबकि एक फर्जी मेट्रो कार्ड आईडी शिवराज मीना के नाम से मिली है.

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